अपने अभियान को जारी रखते हुए हरिद्वार में जुलाई से लेकर सितम्बर माह तक युवकों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गये । २० सितम्बर से महारानी लक्ष्मी बाई के किले से स्वामी जी ने यात्रा का दूसरा चरण प्रारंभ किया जिसमे झाँसी शहर के एक लाख से अधिक व्यक्तियों ने भ्रष्टाचार के विरूद्ध संकल्प लिया । इसके बाद यह दूसरा चरण बुंदेलखंड के पिछड़ा माने जाने वाले क्षेत्र हमीरपुर, आल्हा उदल की धरती महोबा, पुखराया, उन्नाव, हरदोई, फर्रुखाबाद, एटा, इटावा होती हुई उत्तराखंड के कोटद्वार से चमोली होती हुई पिथोरागढ़ इत्यादि तथा वहाँ से पंजाब में जनजागरण का अभियान वर्तमान में अनवरत चलती रही, प्रतिदिन लाखो की संख्या में लोगो को पूज्य स्वामी जी महाराज रोग, नशामुक्ति तथा राष्ट्रधर्म कि शिक्षा प्रदान कर रहे है । भ्रष्टाचार के विरूद्ध आज नींव के पत्थर के रूप में भारत स्वाभिमान की भूमिका है ।