ब्रह्माण्ड का संचालन

सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड तप व त्याग से ही संचालित हो रहा है, जिनको कुछ चाहिये, वो कुछ तो कर सकते हैं, परन्तु सब कुछ नहीं कर सकते हैं, जिनको कुछ नहीं चाहिये, वो सब कुछ कर सकते हैं। अतः उठो जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको, सभी देशभक्त नागरिक एक से दो घण्टे प्रातःकाल का समय सोने में न गवांकर योगसेवा में लगायें, सोने से स्वयं को व देश को कुछ नहीं मिलेगा, अतः स्वयं जागों व औरों को जगाओं तथा स्वयं को व देश को बचाओ!

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