पतंजलि द्वारा रिसर्च के क्षेत्र में पूज्य आचार्य बालकृष्ण महाराज जी को पुनः एक बार स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, अमेरिका और विश्वप्रसिद्द प्रकाशक एल्सेवियर द्वारा जारी सूची में विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों में सम्मिलित किया गया है। यह सम्मान उनके द्वारा आयुर्वेद के क्षेत्र में किए गए अनुकरणीय शोध कार्य और वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद को मान्यता दिलाने के प्रति उनके समर्पण का प्रमाण है।
पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी का शोध कार्य आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली को एक नई दिशा देने के साथ-साथ इसे आधुनिक विज्ञान के समक्ष एक विश्वसनीय और प्रभावी चिकित्सा पद्धति के रूप में प्रस्तुत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
उनके शोध ने न केवल आयुर्वेद को अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय में सम्मान दिलाया, बल्कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुर्वेदिक उपचारों की प्रामाणिकता को भी मजबूती प्रदान की है। यह उपलब्धि न केवल पतंजलि के लिए बल्कि सम्पूर्ण भारत के लिए गर्व का विषय है। आयुर्वेद के माध्यम से स्वस्थ समाज की दिशा में पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी का यह योगदान प्रेरित करता है कि अपने पारंपरिक ज्ञान का आधुनिक विज्ञान के साथ तालमेल बिठाकर उसे और आगे बढ़ाया जाए। उनकी यह सफलता विकसित और स्वस्थ भारत की सुदृढ़ आधारशिला है।