भारत स्वाभिमान (न्यास) संगठन का उद्देश्य-भारत स्वाभिमान की नीतियों व उद्देश्यों को पूरे जिले के गांव-गांव तथा घर-घर तक पहुँचाना है। संगठन से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं द्वारा आत्म-परिवर्तन से व्यवस्था-परिवर्तन का कार्य करना। योग को घर-घर तक पहुँचाने व आत्म-परिवर्तन से व्यवस्था परिवर्तन करने के लिए निम्नलिखित पाँच संगठन कार्य करते हैं। कार्य पद्धति व संगठन रचना अलग-अलग होते हुए भी सभी का उद्देश्य एक ही रहेगा। जैसे शरीर के प्रत्येक अंग का कार्य अलग होता है लेकिन सभी अंगो की गतिविधियाँ एक दूसरे के सामंजस्य से कार्य करती है।
पतंजलि योग समिति का उद्देश्य एक आध्यात्मिक राष्ट्र का निर्माण करना एवं भारत को विश्व की आध्यात्मिक महाशक्ति बनाना। योग को घर-घर तक पहुंचाकर भारत को 100 प्रतिशत योगमय बनाना। स्वास्थ्य, आरोग्य, अध्यात्म, योग, संस्कार, सेवा आदि पतंजलि योग समिति का मूल दर्शन है।
महिला पतंजलि योग समिति भी पंतजलि योगसमिति की तरह उपरोक्त सभी कार्य मुख्य रूप से महिलाओं को केन्द्र में रखकर करेगी। समिति का मुख्य उद्देश्य माताओं, बहनों व बच्चों के लिये योग प्रचार कार्य करना।
भारत एक युवा प्रधान राष्ट्र है जहाँ 60 करोड़ से अधिक युवा हैं। सभी युवाओं को उनके राष्ट्रीय दायित्वों के प्रति सचेत करते हुये युवाओं की ऊर्जा का सदुपयोग राष्ट्र-निर्माण में करना। सभी संगठन भारत स्वाभिमान के मुख्य उद्देश्य व नीतियों के लिये समान रूप से कार्य करेंगे परन्तु युवा-भारत मुख्य रूप से 16 से 35 वर्ष की आयु के युवाओं को केन्द्र में रखकर कार्य करेगा। युवा-भारत संगठन के कुछ विशिष्ट कार्य इस प्रकार से होंगे-
पतंजलि किसान सेवा समिति का मुख्य उद्देश्य संगठन की ईकाईयां जिले, तहसील तथा ग्राम में गठित करना। किसान हितों की रक्षा करते हुए किसानों को स्वावलम्बी बनाना तथा भारत स्वाभिमान की नीतियों, उद्देश्यों के लिये कार्य करना।
योगऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज के ज्ञान से प्रेरित और आयुर्वेद शिरोमणि बालकृष्ण जी महाराज के निर्देशन और मार्गदर्शन में हमरो स्वाभिमान ट्रस्ट की स्थापना एक गहन उद्देश्य और दूरदर्शिता के साथ की गई है। हमारा मिशन प्रखर राष्ट्रवाद, अध्यात्मवाद और आदर्शवाद के आदर्शों में निहित है। हमारा उद्देश्य पारंपरिक सिद्धांतों को पुनर्जीवित करना और लागू करना है, भारत में नेपाली/गोरखाली समुदाय के लिए गौरव और मान्यता की गहरी भावना को बढ़ावा देना है। पूरे इतिहास में इस समुदाय द्वारा किए गए स्थायी योगदान को मान्यता देते हुए, हमारा लक्ष्य उनकी गरिमा को बढ़ाना और पहचान की एक नई भावना को सामने लाना है। हमारा मानना है कि किसी भी देश में समावेशी विकास केवल लोगों के समर्थन और जागृत गरिमा से ही प्राप्त किया जा सकता है। अपने साहस के लिए जाने जाने वाले नेपाली/गोरखाली समुदाय ने समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमरो स्वाभिमान ट्रस्ट इस साहस को जगाने और सम्मानित करने के लिए समर्पित है, यह सुनिश्चित करते हुए कि समुदाय की ज़रूरतें पूरी हों।
पतंजलि सोशल मीडिया भारत स्वाभिमान ट्रस्ट और इसके सहयोगी संगठनों का एक प्रमुख अंग है, जो डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर संगठन की विचारधारा, गतिविधियों और योग-आधारित संदेशों को प्रसारित करने का काम करती है। यह समिति विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स जैसे फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, और इंस्टाग्राम पर सक्रिय रहती है, ताकि लोगों तक पतंजलि योग, आयुर्वेद, और स्वदेशी जागरूकता से जुड़े संदेश और जानकारी पहुंचाई जा सके।