भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के अन्य संगठन व उनकी कार्य-पद्धति

भारत स्वाभिमान (न्यास) संगठन का उद्देश्य-भारत स्वाभिमान की नीतियों व उद्देश्यों को पूरे जिले के गांव-गांव तथा घर-घर तक पहुँचाना है। संगठन से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं द्वारा आत्म-परिवर्तन से व्यवस्था-परिवर्तन का कार्य करना। योग को घर-घर तक पहुँचाने व आत्म-परिवर्तन से व्यवस्था परिवर्तन करने के लिए निम्नलिखित पाँच संगठन कार्य करते हैं। कार्य पद्धति व संगठन रचना अलग-अलग होते हुए भी सभी का उद्देश्य एक ही रहेगा। जैसे शरीर के प्रत्येक अंग का कार्य अलग होता है लेकिन सभी अंगो की गतिविधियाँ एक दूसरे के सामंजस्य से कार्य करती है।

पतंजलि योग समिति:

पतंजलि योग समिति का उद्देश्य एक आध्यात्मिक राष्ट्र का निर्माण करना एवं भारत को विश्व की आध्यात्मिक महाशक्ति बनाना। योग को घर-घर तक पहुंचाकर भारत को 100 प्रतिशत योगमय बनाना। स्वास्थ्य, आरोग्य, अध्यात्म, योग, संस्कार, सेवा आदि पतंजलि योग समिति का मूल दर्शन है।

  • निःशुल्क योग शिविरों का आयोजन “वृद्ध आश्रमों, अनाथालायों, विकलांग केन्द्रों, पुलिस लाईन, बार ऐसोसिएशन, डॉक्टर ऐसोसिएशन, आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, ट्रेफिक पुलिस, अर्द्धसैनिक बल, जेलों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, विभिन्न यूनियनों, बाल सुधार गृहों, औद्योगिक ईकाइयों में निःशुल्क योग शिविर लगाना। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं जैसे भारत विकास परिषद्, आर्य समाज, सनातन धर्म मंदिर, विभिन्न मंदिरों, धर्मशालाओं, युवा केन्द्रों, रोटरी क्लब, लॉयन्स क्लब इत्यादि समाजसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर योग शिविर लगाना।
  • प्रत्येक ग्राम में योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर आयोजित करना तथा योग-कक्षाएँ स्थापित करना।
  • आयुर्वेद, जड़ी-बूटियों के बारे में सर्वसाधारण को जानकारी देना, गाँवों में जड़ी-बूटी उद्यान स्थापित करना।
  • आयुर्वेद, जड़ी-बूटियों के बारे में सर्वसाधारण को जानकारी देना, गाँवों में जड़ी-बूटी उद्यान स्थापित करना।
  • जिले के निजी, सरकारी विद्यालयों में योग का पाठ्यक्रम लागू करवाना।
  • रक्त-दान, देह-दान, नेत्र दान स्वयं करना व अन्यों को करने के लिए प्रेरित करना।
  • प्राकृतिक आपदाओं यथा बाढ़, भूकम्प, अतिवृष्टि, अनावृष्टि, बस-रेल दुर्घटना, तूफान आदि के समय राहत सेवा कार्य करना।

महिला पतंजलि योग समिति

महिला पतंजलि योग समिति भी पंतजलि योगसमिति की तरह उपरोक्त सभी कार्य मुख्य रूप से महिलाओं को केन्द्र में रखकर करेगी। समिति का मुख्य उद्देश्य माताओं, बहनों व बच्चों के लिये योग प्रचार कार्य करना।

  • प्रत्येक ग्राम में महिला योग प्रशिक्षक तैयार करके निःशुल्क योग कक्षा लगाना एवं ग्राम-ग्राम में महिला पतंजलि योग समिति का संगठन खड़ा करना।
  • जिले तथा ग्रामों में भारत की भावी पीढ़ी को संस्कारवान् बनाने के लिये बाल-संस्कार केन्द्र चलाना।
  • नशा मुक्ति के लिये विशेष कार्यक्रम आयोजित करके नशे के कारण बर्बाद हो रहे परिवारों को बचाना।
  • विधवाओं के लिये विशेष सहायता करना।
  • अनाथालयों में योग एवं संस्कार शिविर लगाना।

युवा-भारत

भारत एक युवा प्रधान राष्ट्र है जहाँ 60 करोड़ से अधिक युवा हैं। सभी युवाओं को उनके राष्ट्रीय दायित्वों के प्रति सचेत करते हुये युवाओं की ऊर्जा का सदुपयोग राष्ट्र-निर्माण में करना। सभी संगठन भारत स्वाभिमान के मुख्य उद्देश्य व नीतियों के लिये समान रूप से कार्य करेंगे परन्तु युवा-भारत मुख्य रूप से 16 से 35 वर्ष की आयु के युवाओं को केन्द्र में रखकर कार्य करेगा। युवा-भारत संगठन के कुछ विशिष्ट कार्य इस प्रकार से होंगे-

  • युवा-भारत संगठन युवाओं को रोजगार दिलाने व स्वावलम्बन के लिये कार्य करेगा। यदि कहीं युवाओं का शोषण होता है तो उसके लिये भी यह आवाज उठायेगा। युवा-भारत युवाओं की समस्या व समाधान को लेकर स्थानीय व राज्य स्तर पर 3 महीने 6 महीने या वर्ष में बड़े सम्मेलन आयोजित कर अपना शक्ति प्रदर्शन करेगा।
  • जिले में तहसील व ग्राम-स्तर तक ऐसे युवा कार्यकर्ताओं का समूह तैयार करना जो आन्दोलन, प्रखर विरोध प्रर्दशन, धरना आदि कर सकें। युवा-भारत आन्दोलनात्मक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभायेगा।
  • युवाओं के लिये गाँवों में परम्परागत व्यायाम की योग कक्षायें, व्यायामशाला या अखाड़ा चलाना।
  • प्रत्येक विद्यालय-महाविद्यालय में, छात्रावासों में युवाओं को जोड़कर उनको भारत स्वाभिमान के कार्यों में संलग्न करना। एन.सी.सी. व एन.एस.एस. यूनिट के अनुशासित युवाओं को भारत स्वाभिमान से जोड़ना।
  • युवा-भारत संगठन के माध्यम से राष्ट्र-भाषा व क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध करवानें के लिए आन्दोलन करना।
  • तहसील/जिला स्तर पर योग प्रतियोगिता आयोजित करना, परम्परागत भारतीय खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए खेल प्रतियोगिता आयोजित करना।
  • राष्ट्रहित के विषयों पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित करना।
  • जिले के सभी छात्रावासों (होस्टल) में युवा भारत की इकाईयाँ गठित करना।

पतंजलि किसान सेवा समिति

पतंजलि किसान सेवा समिति का मुख्य उद्देश्य संगठन की ईकाईयां जिले, तहसील तथा ग्राम में गठित करना। किसान हितों की रक्षा करते हुए किसानों को स्वावलम्बी बनाना तथा भारत स्वाभिमान की नीतियों, उद्देश्यों के लिये कार्य करना।

  1. स्वदेशी व नशामुक्ति अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर संचालित करना
  2. पतंजलि ग्रामोद्योग के लिये गांवों का चयन करना एवं चरणबद्ध तरीके से गांवों में इस योजना का क्रियान्वयन करना।
  3. गांवों में स्वदेशी विक्रय केन्द्रों की स्थापना करना, वहाँ पर पतंजलि ग्रामोद्योग व स्थानीय स्वदेशी उत्पाद को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखना तथा अन्य आवश्यक स्वदेशी उत्पाद, पतंजलि तथा स्वदेशी सूची में सम्मिलित अन्य कम्पनियों के सामान वहाँ पर उपलब्ध करवाना। गाँवों में 10 से 20 प्रतिशत तक सस्ते स्वदेशी सामान उपलब्ध करवाने की हमारी प्राथमिकता होगी। सभी स्वदेशी वस्तुओं का विदेशी वस्तुओं के मूल्य सूची का एक तुलनात्मक बोर्ड सभी विक्रय केन्द्रों पर लगेगा, जिससे उच्च गुणवत्ता व सस्ते मूल्य की अच्छी वस्तु उपलब्ध करवाने के हमारे सिद्धान्त को प्रामाणिकता मिलेगी।
  4. विदेशी कम्पनियों के द्वारा हो रही “देश की आर्थिक लूट को रोक करके अपना राष्ट्रधर्म निभाएँ व एक शक्तिशाली भारत बनाएँ" इस तरह का स्लोगन का बोर्ड वहाँ पर लगवाएँ।

हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट

योगऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज के ज्ञान से प्रेरित और आयुर्वेद शिरोमणि बालकृष्ण जी महाराज के निर्देशन और मार्गदर्शन में हमरो स्वाभिमान ट्रस्ट की स्थापना एक गहन उद्देश्य और दूरदर्शिता के साथ की गई है। हमारा मिशन प्रखर राष्ट्रवाद, अध्यात्मवाद और आदर्शवाद के आदर्शों में निहित है। हमारा उद्देश्य पारंपरिक सिद्धांतों को पुनर्जीवित करना और लागू करना है, भारत में नेपाली/गोरखाली समुदाय के लिए गौरव और मान्यता की गहरी भावना को बढ़ावा देना है। पूरे इतिहास में इस समुदाय द्वारा किए गए स्थायी योगदान को मान्यता देते हुए, हमारा लक्ष्य उनकी गरिमा को बढ़ाना और पहचान की एक नई भावना को सामने लाना है। हमारा मानना है कि किसी भी देश में समावेशी विकास केवल लोगों के समर्थन और जागृत गरिमा से ही प्राप्त किया जा सकता है। अपने साहस के लिए जाने जाने वाले नेपाली/गोरखाली समुदाय ने समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमरो स्वाभिमान ट्रस्ट इस साहस को जगाने और सम्मानित करने के लिए समर्पित है, यह सुनिश्चित करते हुए कि समुदाय की ज़रूरतें पूरी हों।

हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट के विशेष कार्य
  • नेपाली भारतीयों/गोरखाली में स्वास्थ्य, शिक्षा, आपसी सह-अस्तित्व, एकता, अखंडता और सच्ची सनातन संस्कृति की परंपरा के आदर्श मूल्यों को बढ़ावा देना।
  • सेमिनार, विशेष कार्यक्रमों और समारोहों के माध्यम से लोगों को उनके प्राचीन संतों, नायकों, शहीदों, क्रांतिकारियों और नेताओं के बारे में जागरूक करके दुनिया भर के नेपाली भाषी लोगों के बीच नेपाली संस्कृति और परंपरा का गौरव बढ़ाना।
  • भारत में नेपाली भाषी पिछड़े वर्ग और जनजातियों के विकास के लिए विभिन्न सेवा उन्मुख कार्यक्रमों के संचालन के लिए प्रोत्साहन और समर्थन प्रदान करना।
  • भारत में नेपाली भाषी लोगों में आवश्यक कौशल, ज्ञान और आत्मविश्वास के विकास के लिए कार्यक्रम संचालित करना।
  • भारतीय/गोरखाली लोगों के बीच नेपाली भाषा, संस्कृति और परंपरा का पुनर्जागरण करना तथा इस पुनर्जागरण में लगे लोगों को प्रोत्साहित करना और समर्थन देना।

पतंजलि सोशल मीडिया

पतंजलि सोशल मीडिया भारत स्वाभिमान ट्रस्ट और इसके सहयोगी संगठनों का एक प्रमुख अंग है, जो डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर संगठन की विचारधारा, गतिविधियों और योग-आधारित संदेशों को प्रसारित करने का काम करती है। यह समिति विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स जैसे फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, और इंस्टाग्राम पर सक्रिय रहती है, ताकि लोगों तक पतंजलि योग, आयुर्वेद, और स्वदेशी जागरूकता से जुड़े संदेश और जानकारी पहुंचाई जा सके।

इस समिति का मुख्य उद्देश्य :
  • योग और आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार: योग, प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धतियों और आयुर्वेद के फायदों को डिजिटल माध्यमों के द्वारा जन-जन तक पहुंचाना।
  • स्वदेशी उत्पादों का प्रचार: पतंजलि के स्वदेशी उत्पादों को प्रमोट करना और विदेशी उत्पादों के विकल्प के रूप में स्वदेशी उत्पादों की महत्ता बताना।
  • समाज सेवा और स्वाभिमान आंदोलन: भारत स्वाभिमान ट्रस्ट और अन्य सामाजिक कार्यों से जुड़े संदेशों और आंदोलनों को फैलाना।
  • राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक जागरूकता: भारतीय संस्कृति, परंपराओं और योग-आधारित जीवनशैली को बढ़ावा देना।
  • डिजिटल सामर्थ्य: लोगों को डिजिटल माध्यम से जोड़ना और उनसे संवाद करना, विशेषकर युवाओं को योग और आयुर्वेद के प्रति प्रेरित करना।