शतं विहाय भोक्तव्यं सहस्रं स्नानमाचरेत् ।
लक्षं विहाय दातव्यं कोटिं त्यक्त्वा हरिं स्मरेत् ।।
(सौ काम छोड़कर भोजन करना चाहिये, हजार काम छोड़कर स्नान करना चाहिये, लाख काम छोड़कर दान करना
चाहिये और करोड़ काम छोड़कर भगवान का स्मरण करना चाहिए।)
भारत स्वाभिमान (न्यास) के सदस्य बनने के इच्छुक दानकर्ता अपना सदस्यता फार्म भारत स्वाभिमान (न्यास) के पक्ष
में हरिद्वार में किसी भी बैंक शाखा से जारी चेक/डी.डी. के साथ पतंजलि योगपीठ-I, हरिद्वार के लेखा विभाग के
कार्यालय में जमा कर सकते हैं।
इच्छुक व्यक्ति अपेक्षित दान राशि हस्तांतरित करने के लिए इंटरनेट बैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग/आरटीजीएस/एनईएफटी
विधि का भी उपयोग कर सकते हैं।
बैंक विवरण :
Name of the Account Holder : Bharat Swabhiman (Nyas)
Name of Bank : Punjab National Bank
Account No. : 4871002100002777
IFSC/ RTGS Code : PUNB0487100
Branch Address : Patanjali Yogpeeth Santersha, Haridwar
Name of the Account Holder : Bharat Swabhiman (Nyas)
Name of Bank : State Bank of India
Account No. : 30721671954
IFSC/ RTGS Code : SBIN0012228
Branch Address : Patanjali Yogpeeth Santersha, Haridwar
1. कारपोरेट सदस्य (सहयोग राशि ग्यारह लाख)
- (क) योगग्राम व वैलनेस में वर्ष में एक बार, एक सप्ताह हेतु अधिकतम 4 सदस्यों हेतु पूर्ण निःशुल्क
आरोग्य लाभ की व्यवस्था।
- (ख) निरामयम् व वेदा लाइफ में आरोग्य लाभ लेने पर 4 सदस्यों हेतु 50% की छूट (वर्ष में एक बार)।
2. फाउण्डर सदस्य (सहयोग राशि पाँच लाख)
- (क) योगग्राम व वैलनेस में वर्ष में एक बार एक सप्ताह हेतु अधिकतम 2 सदस्यों हेतु पूर्ण निःशुल्क
आरोग्य लाभकी व्यवस्था।
- (ख) निरामयम् व वेदा लाइफ में 3 सदस्यों पर 25% छूट।
3. सरंक्षक सदस्य (सहयोग राशि दो लाख पचास हजार)
- (क) योगग्राम व वैलनेस में वर्ष में एक बार, एक सप्ताह हेतु अधिकतम 2 सदस्यों के आरोग्य लाभ लेने पर
50% छूट।
- (ख) निरामयम् व वेदा लाइफ में अधिकतम 2 सदस्यों के आरोग्य लाभ लेने पर 15% छूट।
4. आजीवन सदस्य (सहयोग राशि एक लाख)
- (क) योगग्राम व वैलनेस में वर्ष में एक बार, एक सप्ताह हेतु अधिकतम 2 सदस्यों के आरोग्य लाभ लेने पर
25% छूट।
- (ख) निरामयम् व वेदा लाइफ में 2 सदस्यों के लाभ लेने पर 10% की छूट।
कॉरपोरेट व संस्थापक सदस्यों को वैलनेस और योगग्राम में आरोग्य लाभ के समय औषधि में 20 प्रतिशत छूट एवं
संरक्षक व आजीवन सदस्यों को 10 प्रतिशत छूट पतंजलि योगपीठ फेस-2, मेगास्टोर व योगग्राम मेगा स्टोर पर
उपलब्ध होगी।
नोट : किसी भी प्रकार का दान देने पर रसीद अवश्य प्राप्त करें।
दानकर्ता बैंक द्वारा विधिवत मुहर लगी भुगतान पर्ची को सदस्यता आवेदन पत्र के साथ संलग्न कर पतंजलि
योगपीठ-I, हरिद्वार के लेखा विभाग के कार्यालय में जमा अवश्य करें अथवा हमारे पते पर कूरियर या डाक
द्वारा भेज दें तथा स्कैन कॉपी हमारी ई-मेल आईडी donation@divyayoga.com पर भी ई-मेल
कर दें। दान से
सम्बंधित किसी भी तरह की जानकारी के लिए आप इस नंबर 01334- 273000 पर सुबह 9.00 से शाम 5.00
बजे के बीच
सम्पर्क कर सकते है|
- सभी सदस्य भारत स्वाभिमान (न्यास) के मौजूदा नियमों और विनियमों के अधीन होंगे।
- सदस्यता भारत स्वाभिमान (न्यास) के ट्रस्टीशिप के लिए कोई अधिकार नहीं देती है या इसका निर्माण नहीं
करती है।
- केवल व्यक्तिगत सदस्यता ही स्वीकार की जाएगी तथा सदस्यता का हस्तांतरण नहीं किया जा सकेगा। भारत
स्वाभिमान (न्यास) किसी सदस्य की मृत्यु होने पर उसके स्वाभाविक उत्तराधिकारी द्वारा सदस्यता
हस्तांतरण के आवेदन पर कोई भी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगा। किसी संस्था द्वारा सदस्यता दिए
जाने की स्थिति में केवल उस संस्था विशेष के नियमों के अनुसार कोई व्यक्ति अथवा उस संस्था विशेष
द्वारा नामित व्यक्ति ही भारत स्वाभिमान (न्यास) की सदस्यता का लाभ प्राप्त कर सकेगा।
- सदस्यता केवल उन व्यक्तियों (व्यक्तियों/संस्थाओं) तक सीमित है जो भारत स्वाभिमान (न्यास) के मुख्य
उद्देश्यों का पालन करने और उन्हें कार्यान्वित करने के लिए सहमत हैं, जिसका उद्देश्य जीवन को (क)
आध्यात्मिक रूप से समृद्ध बनाना (ख) शारीरिक रूप से स्वस्थ और (ग) अष्टांग योग और आयुर्वेद के
प्राचीन चिकित्सा विज्ञान के उपयोग के साथ-साथ देशवासियों में देशभक्ति पैदा करके मानसिक रूप से
स्वस्थ बनाना है। सदस्य को भारत स्वाभिमान (न्यास) के उद्देश्यों और उद्देश्यों को पूरा करने के लिए
पूरी तरह से प्रतिबद्ध होना चाहिए ताकि देश में योग और आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान का प्रसार किया जा
सके ताकि लोगों की जीवन-शैली, सोच और दृष्टिकोण में सुधार हो सके, जिससे मानव जीवन स्वस्थ, समृद्ध
और किसी भी लत (धूम्रपान, शराब, तंबाकू आदि) से मुक्त हो सके।
- भारत स्वाभिमान (न्यास) की सदस्यता के लिए दिया गया दान आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80-जी के अंतर्गत
छूट प्राप्त है तथा यह पूर्णतः गैर-वापसी योग्य है।
- किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल होने की स्थिति में सदस्यता स्वतः समाप्त हो जाएगी जो भारत स्वाभिमान
(न्यास) के नियमों और विनियमों का उल्लंघन करती है, वेतन को धूमिल करती है तथा भारत स्वाभिमान
(न्यास) की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाती है।
अगर आप दान से सम्बंधित कोई अन्य जानकारी चाहते है तो निचे दिए
हुए फॉर्म में
विवरण भेंजे